भारत के राष्ट्रपति-
भारत का राष्ट्रपति देश का सबसे सर्वोच्च पद और तीनों भारतीय सेनाओं का प्रमुख होता है तथा भारत के प्रथम नागरिक जाना जाता है। भारत के प्रथम नागरिक को हिन्दी में राष्ट्रपति और संस्कृत में राज्य का भगवान कहते है। संसद और राज्य के विधानमंडल के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा देश के राष्ट्रपति का चुनाव किया जाता है। नीचे भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची उनके महत्वपूर्ण विवरण के साथ दी गयी है -
1. डाँ राजेन्द्र प्रसाद
कार्यकाल 26 जनवरी 1950 से 13 मई 1962 तक। डाँ राजेन्द्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति तथा सर्वाधिक समय 12 वर्ष तक भारत के राष्ट्रपति रहे। डाँ राजेन्द्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष भी थे। 1962 में इन्हें भारत रत्न दिया गया था।
2. डाँ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
कार्यकाल 13 मई 1962 से 13 मई 1967 तक । डाँ राधाकृष्णन भारत के पहले उप- राष्ट्रपति थे जो बाद भारत के राष्ट्रपति बने। डाँ राधाकृष्णन को 1954 में भारत रत्न दिया गया था।
3. डाँ जाकिर हुसैन
कार्यकाल 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक। डाँ जाकिर हुसैन भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति थे । इनकी मृत्यु पद पर रहते हुए हुई थी । इनकी मृत्यु के बाद तात्कालिक उपराष्ट्रपति वी. वी गिरि को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया था । वी वी. गिरी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने से राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति पद खाली होने पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद हिदायतुल्लाह 20 जुलाई 1969 से 24 अगस्त 1969 तक कार्यवाहक राष्ट्रपति बने।
4. वी वी गिरि
कार्यकाल 24 अगस्त 1969 से 24 अगस्त 1974 तक। वी. वी. गिरी के निर्वाचन के समय दूसरे चक्र की मतगणना करनी पड़ी थी। इन्होंने कांग्रेस का समर्थन प्राप्त होते हुए भी निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में जीते थे। वी. वी. गिरी भारत के पहले कार्यवाहक राष्ट्रपति रहे थे। इन्हें 1975 में भारत रत्न दिया गया था।
5. फखरुद्दीन अली अहमद
कार्यकाल 24 अगस्त 1974 से 11 फरवरी 1977 तक। भारत के पाँचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद थे। वे दूसरे राष्ट्रपति थे जिनकी मृत्यु पद में रहते हुए हुई। इनकी मृत्यु के पश्चात् बी. डी. जत्ती को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया।
6. नीलम संजीव रेड्डी
कार्यकाल 25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982 तक। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे नीलम संजीव रेड्डी भारत के छठे राष्ट्रपति बने। यह एक बार चुनाव हारने के बाद भारत के एकमात्र निर्विरोध राष्ट्रपति चुने गए।
7. ज्ञानी जैल सिंह
कार्यकाल 25 जुलाई 1982 से 25 जुलाई 1987 तक। भारत के पहले सिक्ख राष्ट्रपति। राष्ट्रपति बनने के पहले पंजाब के मुख्यमंत्री तथा केंद्र में मंत्री रहे थे। भारतीय डाक घर संबंधी विधेयक पर पाकेट वीटो का प्रयोग करने वाले राष्ट्रपति।
8. आर. वेंकटरमण
कार्यकाल 25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992 तक। आर. वेंकटरमण ने सर्वाधिक प्रधानमंत्री को उनकी पद की शपथ दिलाई थी। वे 1984-87 में उपराष्ट्रपति भी रहे।
9. डाँ शंकर दयाल शर्मा
कार्यकाल 25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997 तक । डाँ शंकर दयाल शर्मा भारत के नौवें राष्ट्रपति थे।
10. के. आर. नारायणन
कार्यकाल 25 जुलाई 1997 से 25 जुलाई 2002 तक। के. आर नारायण भारत के पहले दलित राष्ट्रपति थे। वे लोकसभा चुनाव मतदान करने वाले तथा राज्य की विधानसभा को सम्बोधित करने वाले पहले राष्ट्रपति थे।
11. डाँ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम
कार्यकाल 25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक। डाँ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम भारत के राष्ट्रपति बनने वाले पहले वैज्ञानिक थे। वह सर्वाधिक मतों से जीतने वाले पहले राष्ट्रपति हैं। इनके विपक्षी उम्मीदवार कैप्टन लक्ष्मी सहगल थे। डाँ कलाम भारत के मिसाईल मेन के नाम से जाने जाते हैं,इनके निर्देशन में रोहिणी -1 उपग्रह तथा अग्नि एवं पृथ्वी मिसाइलो का सफल प्रक्षेपण किया गया था। भारत के 1974 एवं 1998 के परमाणु परीक्षण में डाँ कलाम का महत्वपूर्ण योगदान रहा था। 1997 में इन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। डाँ कलाम देश विदेश के बहुत से पुरस्कारों से सम्मानित हैं।
12. श्रीमती प्रतिभा सिंह पाटिल
कार्यकाल 25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 2012 तक। श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति हैं । राष्ट्रपति बनने से पूर्व वह राजस्थान की राज्यपाल रही तथा 1962-85 के दौरान वह पांच बार महाराष्ट्र की विधानसभा सदस्य रही एवं 1991 में अमरावती से लोकसभा के लिए चुनी गई। श्रीमती प्रतिभा पाटिल सुखोई विमान उड़ाने वाली पहली महिला राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति चुनाव में इनके प्रतिद्वंद्वी भैरोसिंह शेखावत थे।
13. प्रणब मुखर्जी
कार्यकाल 25 जुलाई 2012 से अब तक। श्री प्रणव मुखर्जी भारत के 13 वे राष्ट्रपति हैं। वह अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार पी. ए. संगमा को हराकर राष्ट्रपति बने। श्री मुखर्जी का जन्म पश्चिम बंगाल के वीरभूमी जिले के मिराती गांव में 11 दिसंबर 1935 को हुआ था। श्री मुखर्जी को 1997 सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार एवं 2008 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा असैनिक सम्मान पद्म विभूषण प्रदान किया गया था। श्री मुखर्जी ने अपने राजनीतिक जीवन में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है । राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से पहले वह केंद्र सरकार में वित्त मंत्री के पद पर थे।
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