राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटन्गेल पुरस्कार दिया
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज राष्ट्रपति भवन में अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के अवसर पर नर्सिंग कर्मियों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटन्गेल पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी.नड्डा उपस्थित थे। राष्ट्रपति ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा
कि स्वास्थ्य के सभी पहलुओं में , चाहे यह पोलियो उन्मूलन, मिड वाइफ सेवा और सामुदायिक शिक्षा जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम हों, नर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है। उनके समर्पण और देखभाल की प्रशंसा शहरी और देश के दूरदराज के क्षेत्रों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी की जाती है। देश के स्वास्थ्य लक्ष्य की प्राप्ति में नर्सिंग कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य क्षेत्र की नीतियां बनाते समय नर्सिंग समुदाय की राय लेना महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रपति ने नर्सों की करुणा , अनुशासन और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र के मिलेनियम विकास लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लचीली स्वास्थ्य प्रणाली विकसित करनी होगी। माइक्रोबायल प्रतिरोध, नई महामारियां , संक्रमण और प्राकृतिक आपदाओं जैसे खतरों से दबाव बढ़ा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में मांग बढ़ी है। अनुक्रिया प्रणाली के लिए नर्सों की सेवा महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य मंत्री ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और उनकी उदाहरणीय सेवा की सराहना की। नर्सिंग समुदाय की देखभाल और करुणा की प्रवृत्ति को स्वीकार करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्राइमरी, सेकेंड्री और तीसरे स्तर तक स्वास्थ्य देखभाल करने में नर्सों की भूमिका अहम है। नर्सिंग कर्मी अपनी योग्यता से युवा पीढ़ी के लिए रोल माडल बने हैं। उन्होंने नर्सिंग क्षेत्र में अवसरंचना और मानव संसाधन विकास के लिए उठाए दए कदमों का उल्लेख किया।
श्री जे.पी.नड्डा ने यह भी बताया कि उनके मंत्रालय ने नर्सिंग कैडर को मजबूत बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। इन कदमों में एएनएम/जीएनएम स्कूलों की स्थापना , संस्थानों का स्कूल ऑफ नर्सिंग से कॉलेज ऑफ नर्सिंग में उन्नयन, संकट काल और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए नर्सों का प्रशिक्षण तथा नर्स प्रैक्टिशनर्स कोर्स विकास हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय नर्सिंग और मिड वाइफ पोर्टल विकसित किया जा रहा है। इसमें नर्सिंग से संबंधित सभी सूचनाएं दी जाएंगी , नर्सिंग क्षेत्र में भारत सरकार की गतिविधियों की जानकारी होगी, नर्सिंग और मिड वाइफ शिक्षा तथा मानव संसाधन उपलब्धता की जानकारी होगी , सर्कुलर, अधिसूचना, नौकरी के अवसर तथा ई-लर्निंग माड्यूल होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारतीय नर्सों के लाइव रजिस्टर बनाने से नर्सिंग में वर्तमान मानव संसाधन की नवीनतम सूचना , सटीक जानकारी और रियल टाइम सूचना होगी। लाइव रजिस्टर नामक टेक्नोलॉजी प्लैटफार्म प्रारंभ किया गया है ताकि वर्तमान में प्रैक्टिशिंग नर्सों की जानकारी हो। इससे सरकार को बेहतर मानव शक्ति नियोजन करने तथा भारत में नर्सिंग समुदाय के लिए नीति स्तर निर्णय में मदद मिलेगी। राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटन्गेल पुरस्कार के तहत विजेता को 50,000 रुपये नकद , एक प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है|
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